कृष्ण भजन ओ सांवरे सारे सहारे छूटे जाये मेरा सहारा है तू भजन लिरिक्स

स्वर – संजय मित्तल जी।

ओ सांवरे सारे सहारे छूटे जाये,

रूठ जाये लोग हमसे क्या हुआ,

मेरा सहारा है तू,

मेरा सहारा है तू,

मेरा सहारा है तू,

ओ साँवरे।।

सबके पास तो काम है श्याम,

पास तेरे कोई काम नहीं,

पर जब हारे कोई भगत,

आता तुझे आराम नहीं,

रुक नहीं पाता दौड़ा आता,

हाथ लेता अपने भक्तों का थाम,

मेरा सहारा है तू,

मेरा सहारा है तू,

मेरा सहारा है तू,

ओ साँवरे।।

तू है तो कोई गम ही नहीं,

दुनिया में गम कम भी नहीं,

जिसको तूने छोड़ दिया,

उसको दुनिया छोड़े नहीं,

तेरा भरोसा ही दिलाता इस जहाँ में,

भूले भटको को मुकाम,

मेरा सहारा है तू,

मेरा सहारा है तू,

मेरा सहारा है तू,

ओ साँवरे।।

दिल की बाते कौन सुने,

दिल ना किसी की सुनता है,

दर्दे दिल की बाते बस,

श्याम तू ही तो समझता है,

बन जाता दिलबर दर्दे दिल का,

टूटे दिल को भी है मिल जाता आराम,

मेरा सहारा है तू,

मेरा सहारा है तू,

मेरा सहारा है तू,

ओ साँवरे।।

ओ सांवरे सारे सहारे छूटे जाये,

रूठ जाये लोग हमसे क्या हुआ,

मेरा सहारा है तू,

मेरा सहारा है तू,

मेरा सहारा है तू,

ओ साँवरे।।