दुर्गा माँ भजन मैया को कैसे मैं मनाऊँ रे मेरी मैया ना माने भजन लिरिक्स

मैया को कैसे मैं मनाऊँ रे,

मेरी मैया ना माने,

अम्बे ना माने जगदम्बे ना माने,

काली ना माने महाकाली ना माने,

मैया को कैसे मैं मनाऊ रे,

मेरी मैया ना माने।।

मैया को भाए ना रेशम की साड़ी,

मैया को भाए ना रेशम की साड़ी,

चुनरिया कहाँ से मैं लाऊँ रे,

मेरी मैया ना माने,

मैया को कैसे मैं मनाऊ रे,

मेरी मैया ना माने।।

मैया को भाए ना ढोलक मंजीरा,

मैया को भाए ना ढोलक मंजीरा,

ढोल नगाड़े नगाड़े कहाँ से लाऊँ रे,

मेरी मैया ना माने,

मैया को कैसे मैं मनाऊ रे,

मेरी मैया ना माने।।

मैया को भाए ना मेवा मिठाई,

मैया को भाए ना मेवा मिठाई,

हलवा पूड़ी कहाँ से मँगवाऊं रे,

मेरी मैया ना माने,

मैया को कैसे मैं मनाऊ रे,

मेरी मैया ना माने।।

मैया को भाए ना बग्गी और घोडा,

मैया को भाए ना बग्गी और घोडा,

शेर कहाँ से मँगवाऊं रे,

मेरी मैया ना माने,

मैया को कैसे मैं मनाऊ रे,

मेरी मैया ना माने।।

मैया को कैसे मैं मनाऊँ रे,

मेरी मैया ना माने,

अम्बे ना माने जगदम्बे ना माने,

काली ना माने महाकाली ना माने,

मैया को कैसे मैं मनाऊ रे,

मेरी मैया ना माने।।